MP New Expressway: MP में बनेंगे एक साथ 6 नए एक्सप्रेस-वे, इकोनॉमिक कॉरिडोर भी बनेंगे, बढ़ेगा टूरिज्म

सुमित पांडेय

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मध्य प्रदेश की मोहन सरकार छह नए एक्सप्रेस वे बनाने जा रही है.
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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प्रदेश की मोहन सरकार अगले पांच सालों में एक्सप्रेस-वे का नेटवर्क विकसित करेगी.

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3401 किलोमीटर के छह एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पर्यटन और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा.

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सिंहस्थ के लिए उज्जैन आने वाली सभी सड़कों को 4 लेन और 6 लेन किया जायेगा.

MP New Expressway: मध्य प्रदेश की मोहन सरकार प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए बड़ा काम करने जा रही है. सरकार 6 नए एक्सप्रेस-वे बनाने जा रही है. ये छह एक्सप्रेस-वे बनने से प्रदेश में विकास को नई रफ्तार मिलेगी. सरकार ने ऐसी उम्मीद जताते हुए छह एक्सप्रेस वे के निर्माण का ऐलान बजट में किया है. हालांकि इसके लिए कितना बजट होगा, उस पर कोई चर्चा नहीं हुई है और न ही बजट का कोई प्रावधान किया गया है. ये सभी एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश को देश के प्रमुख नेशनल हाईवेज से कनेक्ट करेंगे. 

इसके साथ ही बड़े शहरों भोपाल-इंदौर, भोपाल-जबलपुर, इंदौर-उज्जैन, जबलपुर-रीवा, भोपाल-ग्वालियर जैसे शहरों के बीच कनेक्टिविटी शानदार हो जाएगी, दो शहरों के बीच आने-जाने के टाइम में भी खासी कमी आएगी. रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा. इसके साथ ही सिंहस्थ के लिए उज्जैन आने वाली सभी सड़कों को 4 लेन, छह लेन और लेन किया जायेगा.

इन एक्सप्रेस-वे के आसपास बनेंगे बिजनेस कॉरिडोर

मोहन सरकार ने इन 6 एक्सप्रेस-वे बनाने के साथ ही ये भी ऐलान किया है कि इनके आसपास बिजनेस कॉरिडोर भी बनाया जाएगा. जहां पर आर्थिक गतिविधियां संचालित की जाएंगी. एक्सप्रेस-वे नेटवर्क के जरिए अटल प्रगति पथ, नर्मदा प्रगति पथ, विंध्य एक्सप्रेस-वे, मालवा निर्माण विकास पथ, बुंदेलखंड विकास पथ और मध्य भारत विकास पथ प्रस्तावित किया गया है. इनके निर्माण से कृषि, खनन, पर्यटन और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में खास तौर से बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी. 

इन 3 प्रोजेक्ट का ऐलान शिवराज सिंह चौहान ने किया था

मोहन सरकार ने जिन छह एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट के निर्माण की बात कही है, उनमें तीन प्रोजेक्ट का ऐलान विधानसभा सभा चुनाव से पहले एमपी के तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया था. अब इन्हें मिलाकर मोहन यादव सरकार ने बजट में छह एक्सप्रेस वे बनाने का ऐलान कर दिया. शिवराज ने अटल प्रगति पथ- 299 किलोमीटर, नर्मदा प्रगति पथ- 900 किलोमीटर और
विंध्य एक्सप्रेस-वे, 676 किलोमीटर बनाने का वादा किया था, जिसे अब मोहन सरकार आगे बढ़ाने जा रही है.

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ये हैं छह एक्सप्रेस-वे

अटल प्रगति पथ- 299 किलोमीटर
नर्मदा प्रगति पथ- 900 किलोमीटर 
विंध्य एक्सप्रेस-वे, 676 किलोमीटर  
मालवा निर्माण विकास पथ- 450 किलोमीटर 
बुंदेलखंड विकास पथ-330 किलोमीटर 
मध्य भारत विकास पथ- 746 किलोमीटर

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अटल प्रगति पथ या चंबल एक्सप्रेस-वे

अटल प्रगति पथ को चंबल एक्सप्रेस-वे के नाम से भी जाना जाता था. यह मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल इलाके से गुजरेगा और राजस्थान से जुड़ जाएगा. इसके लिए बजट में लगभग 299 किलोमीटर का निर्माण किया जाएगा.

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नर्मदा प्रगति पथ: महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट

नर्मदा प्रगति पथ मध्य प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य नर्मदा नदी के किनारे 900 किलोमीटर लंबी सड़क बनाना है. यह सड़क अमरकंटक से शुरू होगी और गुजरात को जोड़ेगी. इस प्रोजेक्ट से राज्य में कनेक्टिविटी, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित होगा. 

विंध्य एक्सप्रेस-वे: भोपाल टू सिंगरौली

विंध्य एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश में प्रस्तावित 676 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है. यह भोपाल को सिंगरौली से जोड़ेगा, जो उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है. यह एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश के विकास को गति देगा, विशेष रूप से विंध्य क्षेत्र में. यह कई राष्ट्रीय राजमार्गों को भी आपस में जोड़ेगा.

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मालवा-निमाड़ विकास पथ: आर्थिक कॉरिडोर

मालवा-निमाड़ विकास पथ जिसे इंदौर-धार-अलीराजपुर कॉरिडोर के नाम से भी जाना जाता है। यह मध्य प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। यह 450 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग इंदौर को अलीराजपुर से जोड़ेगा, जो राज्य के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है।

बुंदेलखंड विकास पथ

बुंदेलखंड विकास पथ जिसे झांसी-ललितपुर-देवास-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम से भी जाना जाता है. यह उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्यों को जोड़ने वाला 330 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है. यह महत्वपूर्ण परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जो अपनी समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है. यह एमपी और यूपी के बीच कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा, माल की आवाजाही आसान और तेज होगी. इससे व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा.

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