शहडोल: नकली RTO बनकर ट्रांसपोर्टर से ऐंठे 50 हजार, शिकायत करने पर हुआ चौंका देने वाला खुलासा

रावेंद्र शुक्ला

ADVERTISEMENT

RTO shahdol, mp news, crime
RTO shahdol, mp news, crime
social share
google news

MP News: कभी-कभी एक अपराध अनजाने में दूसरे मामले की पोल खोल देता है. ऐसा ही एक मामला शहडोल (Shahdol) में सामने आया, जब एक व्यक्ति ने फर्जी RTO बनकर एक ट्रांसपोर्टर से पचास हजार रुपये ऐंठ लिए, वो भी फोन पे (Phone Pe) पर. इस मामले ने शहडोल परिवहन विभाग द्वारा ट्रांसपोर्टरों से की जा रही अवैध वसूली की पोल खोल दी. आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है.

मध्यप्रदेश का परिवहन विभाग अवैध वसूली के लिए कुख्यात रहा है, स्वयं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी पत्र लिख परिवहन मंत्री सहित मुख्यमंत्री को मध्यप्रदेश के RTO बैरियर में ट्रांसपोर्टरों के साथ हो रही अवैध वसूली पर कार्यवाही करने को कहा था. अब इस ताजा मामले ने सड़कों पर परिवहन विभाग के अधिकारी किस तरह गाड़ियों से वसूली करते हैं उसकी पोल खोल दी है. 

नकली आरटीओ बनकर की ठगी

शहडोल के पॉश इलाके में रहने वाला गुड्डन गुप्ता कभी RTO एजेंट हुआ करता था. इस दौरान उसने RTO अधिकारियों की कार्य प्रणाली को अच्छे से देख रखा था. इसी मनोज ने अपने आपको शहडोल आरटीओ बताकर एक ट्रांसपोर्टर से 50 हजार की ठगी कर ली. नकली को असली समझकर पचास हजार देने वाले ट्रांसपोर्टर ने नकली को असली समझकर पचास हजार रुपये देने वाले ट्रांसपोर्टर ने RTO विभाग के अन्य कर्मचारियों से मनोज गुप्ता के नंबर को दिखाकर उसके RTO में पदस्थ होने की तस्दीक की. जब इस नाम और नम्बर से शहडोल RTO का कोई संबंध नहीं मिला, तब उसे अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ. इसके बाद उसने पुलिस को शिकायत की, लेकिन इस फर्जीवाड़े ने शहडोल आरटीओ कार्यालय की पोल खोल कर रख दी.

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ें...

RTO करता है अवैध वसूली

इस मामले के सामने आने के बाद सवाल ये उठा कि RTO विभाग द्वारा वाहन मालिकों ट्रांसपोटरों से पैसों की मांग की जाती होगी, तभी तो ट्रांसपोर्टर ने ठग को भी आरटीओ के नाम पर पैसा दिया. हालांकि मामले के सामने आने के बाद शहडोल RTO अरविंद सिंह भदौरिया ने भी एसपी को शिकायत की कि शहडोल के रहने वाले मनोज गुप्ता उर्फ गुड्डन के द्वारा खुद को फर्जी आरटीओ बनाकर लोगों से पैसा ऐंठने का काम कर रहा है, जिससे उनकी छवि धूमिल हो रही है.

 ऐसे खुला पूरा मामला

असल में अनूपपुर के रहने वाले ट्रांसपोर्टर विवेकानंद शर्मा की 9 ट्रेलर गाड़ियां दीपिका खदान छत्तीसगढ़ से कोयला लोडकर केजेएस मैहर सतना खाली करने जा रही थी, तभी उन्हें शहडोल जिले के बघेल ढाबा के पास मनोज उर्फ गुड्डन खुद को शहडोल आरटीओ बताकर उनकी गाड़ियों को रोक लिया और खुद को RTO शहडोल बताकर गाड़ियों को छोड़ने के एवज में 50 हजार रुपए अपने फोन पे अकाउंट में ले लिया. इस घटना ने आरटीओ विभाग की भी पोल खोल कर रख दी, जब RTO विभाग द्वारा वाहन मालिकों ट्रांस्पोर्टरों से पैसों की मांग की जाती होगी तभी तो ट्रांसपोर्ट ने ठग को भी आरटीओ के नाम पर पैसा दे दिया.

ADVERTISEMENT

ये भी पढ़ें: MP में मर चुके लोगों के नाम पर जारी हो गए आयुष्मान कार्ड, कैग की रिपोर्ट में सामने आया बड़ा फर्जीवाड़ा

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT