Election: अमरवाड़ा में पूरा दम लगा रही बीजेपी-कांग्रेस, क्या गोंगपा कर देगी बड़ा खेला? जानें कौन जीतेगा ये उपचुनाव?

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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अमरवाड़ा उपचुनाव को लेकर मध्य प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है.

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अमरवाड़ा विधानसभा में 10 जुलाई को उपचुनाव के लिए मतदान होना है.

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गोंडवाना गणतंत्र पार्टी भी पूरा दम लगा रही है.

Amarwara By Election: अमरवाड़ा उपचुनाव को लेकर मध्य प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. अमरवाड़ा विधानसभा में बुधवार यानी कि 10 जुलाई को उपचुनाव के लिए मतदान होना है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के लिए अमरवाड़ा जीतना साख का सवाल है, ऐसे में दोनों ही पार्टियां यहां अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं. वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी भी पूरा दम लगा रही है. सोमवार शाम से चुनाव थम चुका है. आइए जानते हैं कि अमरवाड़ा के चुनावी समीकरण कैसे हैं और कौन यहां मजबूत स्थिति में है.

अमरवाड़ा में सोमवार को प्रचार का आखिरी दिन था. सोमवार शाम से चुनावी शोरगुल थम गया है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के दिग्गज नेता चुनाव प्रचार के लिए अमरवाड़ा के अलग-अलग इलाकों में पहु्ंचे. 

अमरवाड़ा में उपचुनाव

अमरवाड़ा विधानसभा छिंदवाड़ा जिले के अंतर्गत आती है. छिंदवाड़ा कमलनाथ का किला माना जाता है. विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी को बंपर जीत हासिल हुई, लेकिन इसके बावजूद कमलनाथ के किले में बीजेपी सेंध नहीं लगा पाई. छिंदवाड़ा की सभी 7 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की, जिसमें अमरवाड़ा भी शामिल थी. अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस छोड़ भाजपा जॉइन कर ली और इस्तीफा दे दिया. यही वजह है कि अमरवाड़ा सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है.

कांग्रेस छोड़ने वाले प्रत्याशी पर बीजेपी ने लगाया दांव

भाजपा ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले कमलेश शाह को प्रत्याशी बनाया है. अमरवाड़ा में आखिरी बार बीजेपी 2008 में विधानसभा चुनाव जीती थी. उसके बाद से ही बीजेपी को अमरवाड़ा में जीत का इंतजार है. बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मोर्चा संभाल रखा है. कांग्रेस कमलेश भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को धोखेबाज बताकर उन्हें वोट न देने की अपील कर रही है. देखना होगा कि क्या अमरवाड़ा की जनता एक बार फिर कमलेश शाह पर भरोसा जताएगी, या फिर कमलनाथ अपना गढ़ बचाने में कामयाब हो जाएंगे. 

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बीजेपी के प्रचार पर भारी पडे़गा कांग्रेस का दांव?

कांग्रेस ने धीरन शाह इनवाती को मैदान में उतारा है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के साथ पूर्व सांसद नकुलनाथ धीरन शाह इनवाती की जीत के लिए पूरा दम लगा रहे हैं. जीतू पटवारी कांग्रेस प्रत्यााशी के समर्थन में चुनाव प्रचार के दौरान खेतों में हल चलाते हुए नजर आए, वहीं नकुलनाथ खाद डालते हुए नजर आए. अब देखना होगा कि ये फैक्टर वोटिंग पर कितना असर डालेंगे. 

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी बिगाड़ेगी खेल? 

आदिवासी बाहुल्य सीट अमरवाड़ा में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही नजर आ रहा है, लेकिन इस सीट पर गोंगपा खेल बिगाड़ सकती है.  गोंडवाना गणतंत्र गणतंत्र पार्टी ने  देवरावेन भलावी को अपना उम्मीदवार बनाया है. दरअसल,  2003 में अमरवाड़ा से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी चुनाव जीत चुकी है. यही वजह है कि एक बार फिर गोंगपा कॉन्फिडेंस में है और जीत के लिए दम भर रही है. 

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आदिवासी वर्ग करता है हार-जीत का फैसला

अमरवाड़ा विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति (ST) आरक्षित सीट है. 2 लाख 55 हजार से ज्यादा वोटरों वाली आदिवासी बाहुल्य इस सीट पर हार और जीत का फैसला जनजाति वर्ग ही तय करता है. यहां बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के वोटर हैं.

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