लाड़ली बहना योजना क्या फरवरी से बंद हो जाएगी? कांंग्रेस ने बता दिया ये है बड़ी वजह
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Ladli Bahna Yojna MP: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के लिए गेम चेंजर साबित हुई लाडली बहना योजना पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. इस योजना ने बीजेपी को बंपर जीत दिलाई और बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान को सीएम पद से हटाकर मोहन यादव को सीएम बना दिया. अब मोहन यादव के सीएम बनने के बाद लगातार इस योजना को लेकर सवाल उठाए जा रहे है कि मोहन सरकार के पास इसके लिए फंड है या नहीं.
इस योजना को लेकर अब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार घेर लिया है. साथ ही ये भी कहा है कि कहां हैं मामा (शिवराज सिंह चौहान) उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर हैशटैग के साथ लिखा- “लाड़ली बहना योजना बंद” करने का अंदेशा सही निकल रहा है. सरकार के लिए योजना में पैसे देने का संकट सामने खड़ा है.”
फरवरी में कैसे आएगी किस्त?
उन्होंने आगे लिखा- “प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद जनवरी की 8वीं किस्त के लिए 1,596 करोड़ रुपए का इंतजाम बड़ी मुश्किल से हो पाया है. 10 जनवरी को तो लाड़ली बहनों के खाते में 1250 रुपए की राशि जैसे तैसे आ जाएगी. लेकिन, फरवरी की किस्त को लेकर विभाग बेहद परेशान और असमंजस में है.”
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वित्त विभाग ने लगाया अड़ंगा
“महिला एवं बाल विकास विभाग ने वित्त विभाग से फरवरी की किस्त जारी करने के लिए बजट मांगा है. जबकि, वित्त विभाग ने 38 से अधिक योजनाओं में बिना अनुमति वित्तीय आहरण पर पहले ही रोक लगा दी गई है.” उन्होंने कहां हैं आप मामा जी! बहनों के लिए कुछ तो करिए!”
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उमंग सिंघार ने बीजेपी पर लगाया जातीय भेदभाव का आरोप
नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद उमंग सिंघार लगातार सक्रिय हैं और बीजेपी की लगातार घेराबंदी कर रहे हैं. इस बार उन्होंने बीजेपी पर जातीय भेद करने का आरोप लगाया है. उन्होंने एक्स पर लिखा- ‘अब प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा जी भी जातिगत दुर्भावना का शिकार हो गये है, क्या सिर्फ़ दलित जाति का होने के कारण महाकाल मंदिर से जुड़े एक भी कार्यक्रम में उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया है? और तो और भाजपा में दलित जाति के प्रति इतनी हीन भावना है की उनकी तस्वीर भी किसी पोस्टरों में शामिल नहीं की गई है. यह भाजपा की दोहरी मानसिकता को दर्शाता है. दलित समाज का अपमान अत्यंत खेदजनक है.’
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