करोड़पति हैं मोहन कैबिनेट के मंत्री! संपत्ति जानकर रह जाएंगे हैरान, जानिए सबसे गरीब मंत्री कौन?
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MP News: मध्य प्रदेश में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मोहन कैबिनेट का गठन हो गया है. आपको बता दें मोहन यादव कैबिनेट में अधिकतर मंत्री करोड़पति हैं, इनमें से सिर्फ 1 मंत्री करोड़पति नहीं है. सारंगपुर सीट से जीते गौतम टेटवाल के चुनावी हलफनामे के अनुसार ये करोड़पति बनने से महज 11 लाख रुपये से चूक गए हैं. इसी के साथ ही ये मोहन कैबिनेट के सबसे गरीब मंत्री हैं. इनके अलावा सभी मंत्री करोड़पति हैं.
मोहन कैबिनेट में सबसे अमीर मंत्रियों की बात करें तो इनमें सबसे पहले रतलाम सीट से विधायक चेतन्य काश्यप का नाम है, जो मुख्यमंत्री मोहन यादव और उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल से भी अमीर हैं. काश्यप 294 करोड़ के मालिक हैं तो वहीं सीएम मोहन यादव 42 और उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल 30 करोड़ से अधिक संपत्ति के मालिक हैं.
पांच करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं ये मंत्री
मोहन कैबिनेट में 13 ऐसे मंत्री हैं, जिनकी संपत्ति 5 करोड़ या उससे अधिक है. इनमें धर्मेंद्र सिंह लोधी (जबेरा), नारायण सिंह कुशवाहा, राकेश शुक्ला, एदल सिंह कंसाना, निर्मला भूरिया, दिलीप अहिरवार, करण सिंह वर्मा, नारायण सिंह पवार, प्रदुम्न सिंह तोमर, राकेश सिंह, लखन पटेल, नागर सिंह चौहान, इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा शामिल हैं.
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ये मंत्री 10 करोड़ के मालिक
मोहन कैबिनेट में कोई भी मंत्री गरीब नहीं है, इनमें कई ऐसे मंत्री हैं जो 10 करोड़ या उससे भी अधिक की संपत्ति के मालिक हैं, इनमें नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी, राधा सिंह, इंदर सिंह परमार, दिलीप जायसवाल, प्रहलाद सिंह पटेल और संपतिया उइके शामिल हैं. इसके साथ ही तुलसी सिलावट, कष्णा गौर, विजय शाह, कैलाश विजयवर्गीय, विश्वास सारंग, उदय प्रताप सिंह की संपत्ति 10 करोड़ से भी अधिक की है.
कौन हैं सबसे गरीब मंत्री टेटवाल
जिले की सारंगपुर आरिक्षत सीट से गौतम टेटवाल दूसरी बार के विधायक हैं. उन्हें मोहन यादव के मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. अनूसचित जाति वर्ग से आने वाले गोतम टेटवाल जिले के पहले ऐसा नेता हैं, जिन्हें इस वर्ग से मंत्री बनाया गया है. इसके पहले कभी भी एससी वर्ग से आने वाले किसी नेता को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी. सारंगपुर से गौतम टेटवाल 2008 में पहली बार विधायक चुने गए थे, अगले 2 विधानसभा चुनावों में पार्टी ने इनका टिकट काट दिया था.
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