PM Modi Exclusive: मध्य प्रदेश में नए चेहरे को क्यों बनाया मुख्यमंत्री, पढ़ें PM मोदी का जवाब?

एमपी तक

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PM Modi Exclusive Interview PM Modi Exclusive India Today Exclusive Interview MP Election CM Mohan Yadav Madhya Pradesh Election 2023
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PM Modi Exclusive Interview: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी को बंपर जीत हासिल हुई, यहां जीत की वजह मोदी की गारंटी, लाड़ली बहना योजना और बीजेपी का बिना CM फेस के चुनाव लड़ना रहा. विधानसभा चुनावों के शुरुआती चरण में ही बीजेपी ने तय कर लिया था कि पीएम मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाएगा. इस आधार पर बीजेपी ने मध्य प्रदेश चुनावों में सबसे बड़ी कामयाबी हासिल की. प्रधानमंत्री निवास पर इंडिया टुडे के चेयरपर्सन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी (Aroon Purie), वाइस चेयरपर्सन कली पुरी (Kalli Purie) और ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर (पब्लिशिंग) राज चेंगप्पा (Raj Chengappa) ने पीएम नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू लिया.

एक घंटे की बातचीत में पीएम मोदी ने पहली बार खुलासा करते हुए बताया कि चुनाव जीतने के बाद बीजेपी ने क्यों तीनों राज्यों में नए चेहरे को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना? इसका जवाब देते हुए पीएम मोदी ने खुद को सबसे बड़ा उदाहरण बताया. उन्होंने बताया कि गुजरात में जब उन्हें चुना गया तो उनके पास ही प्रशासनिक कामकाज का कोई अनुभव नहीं था. पढ़िए पीएम मोदी के एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के संक्षिप्त अंश….

सवाल- बीजेपी ने हाल ही में तीन राज्यों में जीत हासिल की है, एक ट्रेंड जो आपने बाद में सेट किया है. इसके पीछे क्या विचार रहा होगा?

पीएम मोदी- यह कोई नया चलन नहीं है. दरअसल, मैं बीजेपी के अंदर इस पार्टी का सबसे अच्छा उदाहरण हूं. जब मैं गुजरात का सीएम बना, तो मेरे पास कोई पूर्व का कोई प्रशासनिक अनुभव नहीं था और तब तक मैं विधानसभा के लिए भी नहीं चुना गया था. हां, यह एक ताज़ा चलन की तरह लग रहा होगा, क्योंकि आज अधिकांश अन्य पार्टियां परिवारवादी (वंश-आधारित) पार्टियां हैं.

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सवाल- हाल के चुनावों के प्रमुख कैंपेनर के रूप में, आपकी रैलियों ने तूफान मचा दिया.

पीएम मोदी- यहां पर आपका आकलन अधूरा है. भाजपा कैडर आधारित पार्टी है. मतदान केंद्र तक भाजपा के पास सैद्धांतिक विचारधारा का एक बड़ा नेटवर्क है. हर स्तर पर, उनके पास ऐसा नेतृत्व है, जो लोगों के बीच बातचीत करता है. सभी के संयुक्त प्रयास से मुलाकातें होती हैं. इसलिए, मुझे श्रेय देना अनुचित है. उनकी कड़ी मेहनत का श्रेय हमारे पोर्टफोलियो को है.

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सवाल- 2024 के आम चुनाव में ‘मोदी विचारधारा’ क्या है?

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पीएम मोदी- मेरे लिए सद्भावना केवल शब्द या वादे नहीं हैं, यह मेरी दशकों की कड़ी मेहनत का परिणाम है. यह समाज के प्रति एक संप्रदाय की अभिव्यक्ति है. जब भी मैं ‘गारंटी’ के बारे में बात करता हूं, तो मैं खुद ही उन्हें बांध लेता हूं. यह मुझे सोने नहीं देता, मुझे और अधिक परिश्रम करने के लिए प्रेरित करता है, यह मुझे देश के लोगों को अपना सब कुछ समर्पित कर देने के लिए प्रेरित करता है.

सवाल- भाजपा इन तथाकथित परिवारवादी पार्टियों से कैसे अलग है?

पीएम मोदी- परिवारवादी पार्टियों को यह लोकतांत्रिक मंथन कठिन लगता है. भाजपा में एक ही समय में नेतृत्व की कई पीढ़ियों को पोषित करने की क्षमता है. भाजपा के अध्यक्षों पर नजर डालें तो आपको हर कुछ वर्षों में नए चेहरे नजर आएंगे. हमारी एक कैडर-आधारित पार्टी है, जो एक स्पष्ट मिशन से प्रेरित है. हम सभी ने जमीनी स्तर के कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत की और समर्पण और कड़ी मेहनत के दम पर आगे बढ़े. इसी प्रतिबद्धता के कारण देश, विशेषकर युवा, भाजपा के साथ एक मजबूत जुड़ाव महसूस करते हैं. लोकतंत्र में नई पीढ़ी और नए खून को अवसर देना जरूरी है. यह लोकतांत्रिक मंथन ही लोकतंत्र को जीवंत बनाता है.

यह मंथन ही हमारी पार्टी को जीवंत बनाता है और हमारे कार्यकर्ताओं के भीतर आकांक्षाओं और आशाओं को प्रज्वलित रखता है. उन्हें लगता है कि वे भी अपनी मेहनत से पार्टी में आगे बढ़ सकते हैं. हमारी पार्टी अलग-अलग प्रयोग करने की आदी है.

सवाल- आपकी उपयोगिता की परिभाषा क्या है?

पीएम मोदी- केवल वही व्यक्ति जिसने जीवन में गरीबी का अनुभव किया है, यह बताया गया है कि एक गरीब व्यक्ति के जीवन में आगे बढ़ने वाली सबसे बड़ी ताकत उसका विश्वास, उसकी आशा है. गरीबों का यही विश्वास मुझे आगे की तलाश है. मोदी अपना सब कुछ दे देंगे लेकिन अपने गरीब भाई-बहनों का भरोसा नहीं तोड़ेंगे. मोदी के संविधान का बनाया गया फॉर्मूला नहीं, मोदी का विश्वास गरीबों का है. आज देश का हर गरीब जानता है कि मोदी अपनी कर्तव्यनिष्ठा से पीछे नहीं हटेंगे.

आज हर गरीब व्यक्ति को पता है कि अतीत में राजनीतिक आश्रमों ने उनके कैसे अनुयायी हैं. लेकिन ये भी जानते हैं कि मोदी की आस्था विश्वसनीय हो सकती है. गरीबों का यही विश्वास है कि मुझे भी ऊर्जा मिलती है-भले ही मैं खुद को पूरी तरह से थका दूं या अपनी सीमा से आगे निकल जाउं, मैं इस मान्यता का उल्लंघन नहीं करुंगा.

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