टिकट नहीं मिलने पर फूट-फूट कर रोने लगी BJP की ये महिला नेता, छतरपुर से हार चुकी हैं चुनाव
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MP Election 2023: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) के लिए बीजेपी (BJP) ने कांग्रेस (Congress) से एक कदम आगे चलकर प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. पार्टी ने अपनी कमजोर और हारी हुई सीटों को लेकर बनाई रणनीति बीजेपी को ही भारी पड़ती दिखाई दे रही है. बुंदेलखण्ड (Bundelkhand) में पांच सीटों पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. लगभग सभी सीटों पर प्रत्याशियों का विरोध शुरू हो गया है.
छतरपुर (Chhatarpur) नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष अर्चना सिंह (Archana Singh) टिकट की दावेदारी बड़ी जोर-जोर से कर रही थी. मगर जब भाजपा की पहली लिस्ट जारी हुई जिसमें उनकी जगह पूर्व मंत्री ललिता यादव को मौका दिया गया है. एक कार्यक्रम के दौरान अर्चना सिंह की टीस देखने को मिली है.
अर्चना सिंह (Archana Singh) एक कावड़ यात्रा निकाल रही थी. जिसमें वाे अपना संबोधन दे रही थी. इसी दौरान उनके आंसू निकल आए. उन्होंने रोते हुये ही जनता से कहा आप मेरा साथ देंगे, आप मेरे साथ खड़े हैं. आज मैं अपने भोलेनाथ को जल चढ़ाने जा रही हूं और कहते हैं कि भोलेनाथ से जो मांगो वह देते हैं. हमें उम्मीद है कि वह हमारी मनोकामना भी पूरी करेंगे. अब सिर्फ आप सभी का साथ चाहिए. इतना कहकर अर्चना सिंह जोर-जोर से रोने लगी.
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ललिता यादव को टिकट मिलने से नाराज हैं कई बीजेपी कार्यकर्ता
छतरपुर विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) ने अर्चना सिंह को 2018 के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) में अपना प्रत्याशी बनाया था. जिसमें वे कांग्रेस के आलोक चतुर्वेदी से महज 3495 वोटों से चुनाव हार गई थी. चुनाव हारने के बाद से ही अर्चना सिंह क्षेत्र में खासी सक्रिय थी. उनको पूरी उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें एक बार और मौका जरूर देगी. लेकिन पार्टी ने चुनाव से ठीक 100 दिन पहले उनकी जगह पूर्व मंत्री ललिता यादव (Lalita Yadav) को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. जिसके बाद से ही उनके समर्थक पार्टी से मांग कर रहे हैं कि टिकिट पर एक बार और विचार किया जाए. और भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अर्चना सिंह को ही प्रत्याशी बनाया जाए.
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क्या बगावती तेवर अपना सकती हैं अर्चना?
मौजदा स्थिति में देखा जाए तो अर्चना सिंह के भाषण से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर पार्टी ललिता यादव की जगह उन्हें टिकट नहीं देती है, तो वे बगावती तेवर अपना सकती हैं. अब देखना दिलचस्प होगा कि पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अर्चना सिंह (Archana Singh) की कावड़ यात्रा संपन्न होने के बाद वह चुनाव को लेकर क्या फैसला लेती हैं. चुनावी मैदान में अन्य किसी संगठन या निर्दलीय उतरती हैं, या फिर पार्टी के मान मनोबल के बाद भाजपा प्रत्याशी ललिता यादव (Lalita Yadav) के समर्थन में वोट मांगने जनता के बीच जाएगी.
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