BJP के इन विधायकों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, कैसे मनाएंगे सीएम मोहन?

एमपी तक

22 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 22 2024 1:33 PM)

MP Political News: वीडियो में कुछ नेता धरने पर बैठे हुए दिखाए दे रहे हैं. ये कोई ऐसे-वैसे लोग नहीं हैं, बल्कि विधायक हैं. वह भी बीजेपी के विधायक. बीजेपी के इन विधायकों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और धरने पर बैठ गए हैं.

follow google news

MP Political News: वीडियो में कुछ नेता धरने पर बैठे हुए दिखाए दे रहे हैं. ये कोई ऐसे-वैसे लोग नहीं हैं, बल्कि विधायक हैं. वह भी बीजेपी के विधायक. बीजेपी के इन विधायकों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और धरने पर बैठ गए हैं. क्यों बीजेपी के विधायकों ने अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है? आपको विस्तार से हम इस रिपोर्ट में बताएंगे...

यह भी पढ़ें...

मोहन सरकार में नहीं हो रही विधायकों की सुनवाई?

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत हासिल हुई. भाजपा 163 विधायकों के साथ एक बार फिर एमपी की सत्ता पर काबिज हुई. वहीं लोकसभा चुनाव में प्रदेश के सभी 29 के 29 सांसद बीजेपी के जीतकर आए. लेकिन अब ये सवाल खड़े हो रहे हैं कि भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी बीजेपी के विधायक की सुनवाई नहीं हो रही है, वरना विधायक जी ऐसे सड़कों पर क्यों बैठते, गुस्से में तम तमाते क्यों अफसरों को लताड़ लगाते हुए नजर आते?

ये भी पढ़ें:  Budhni Assembly : शिवराज की सीट कब्जाने कांग्रेस ने कर ली तैयारी! क्या सालों बाद बीजेपी गंवा देगी ये सीट?

सिवनी में गायों के लिए सड़क पर उतरे विधायक

पहला मामला आपको सिवनी का बताते हैं. जहां पर गायों के शव मिलने के बाद से ही स्थानीय विधायक दिनेश राय प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर गए. विधायक जी पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. वह मांग कर रहे हैं कि आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चला दिया जाए. साथ ही साथ आपको बता दें कि विधायक दिनेश राय इस पूरे मामले को लेकर कर धरने पर बैठे हुए दिखाई दिए.

रीवा में सहकारिता कार्यालय में धरने पर बैठे विधायक

दूसरा मामला रीवा से सामने आया है. रीवा से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल अपनी ही सरकार के खिलाफ सहकारिता कार्यालय में जाकर धरने पर बैठ गए. दरअसल, मामला यह है कि 3000 से भी अधिक किसान जो कि हितग्राही हैं उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं. वह अपने ही पैसे बैंक से नहीं निकाल पा रहे हैं. किसानों की सुनवाई नहीं हो रही थी. किसान शिकायत लेकर विधायक जी के पास पहुंचे तो विधायक जी सहकारिता कार्यालय जाकर धरने पर बैठ गए और कहने लगे कि "भैया देखो ऐसा है जब तक मांगे पूरी नहीं होगी. किसानों को पैसा नहीं मिलेगा हम तो धरने से नहीं उठने वाले."

जबलपुर में FIR से नाराज होकर धरने पर बैठे बीजेपी MLA

तीसरा मामला जबलपुर का है. जबलपुर में बिजली अधिकारी के खिलाफ शिकायत करने के लिए एक या दो नहीं बल्कि तीन-तीन विधायक थाने के सामने जाकर धरने पर बैठ गए. इतना ही नहीं जबलपुर से विधायक अभिलाष पांडे ने तो एसपी साहब को हाजिर तक होने की धमकी दे दी. आपको बता दें कि जबलपुर में अभिलाष पांडे, अशोक रोहाणी और अजय बिश्नोई बीजेपी के पदाधिकारियों के साथ 6 घंटे तक पुलिस थाने के सामने धरने पर बैठे रहे. दरअसल, बिजली अधिकारी ने शिकायत की थी कि बीजेपी के पार्षद और कुछ नेताओं ने आकर बिजली कार्यालय में तोड़फोड़ की, जिसके बाद बीजेपी नेताओं के ऊपर एफआईआर हो गई. इस एफआईआर से नाराज होकर विधायक अभिलाष पांडे और बाकी के विधायक जाकर कोतवाली थाने के बाहर धरने पर बैठ गए हैं.

फिलहाल जिस तरीके से मोहन सरकार के विधायक धरने पर बैठ रहे हैं इससे तो ऐसा ही लग रहा है कि जैसे विधायकों ने अपने ही शासन प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विधायकों की ही सुनवाई सरकार में नहीं होती दिखाई दे रही है. जिस तरीके से विधायक मोर्चा खोले हुए हैं. आने वाले वक्त में देखना होगा कि आखिर और कितने विधायक ऐसे ही अपनी समस्याओं और जनमानस की समस्याओं के साथ धरने पर बैठ दिखाई देते हैं.

ये भी पढ़ें: MP Election: छिंदवाड़ा में करारी हार के बाद कांग्रेस से क्यों दूरी बनाने लगे कमलनाथ-नकुलनाथ?

    follow google newsfollow whatsapp